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बराक ओबामा(Barack Obama)– बराक ओबामा दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति बने. बराक ओबामा ने राष्ट्रपति पद के चुनाव में अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी मिट रोमनी को कड़े मुकाबले में हरा दिया. बराक ओबामा के फैसलों से कहीं ना कहीं भारत पर भी असर पड़ता है. जबकि अमेरिका की अर्थव्यवस्था कठिन परिस्थितियों से जूझ रही है फिर भी जनता ने बराक ओबामा का साथ नहीं छोड़ा और एक बार फिर से उन्हें मौका दे दिया.
मिट रोमनी(Mitt Romney)– अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में बराक ओबामा के प्रतिद्वंद्वी मिट रोमनी रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार थे. इन्होंने काफी हद तक बराक ओबामा को चुनौती दी पर जीत तक नहीं पहुंच सके. चुनाव के पहले होने वाले तर्क में मिट रोमनी ने कई सारे मुद्दों पर बराक ओबामा को उलझाया था पर फिर भी बराक ओबामा के रास्ते में कोई खास अवरोध नहीं बन पाए.
फ्रैंकोइस होलांडे(Francois Hollande)– फ्रैंकोइस होलांडे फ्रांस के नए राष्ट्रपति हैं. फ्रांकोइस होलांडे फ्रांस के विकास में अहम भूमिका अदा कर रहे हैं. अभी के हालात पर नजर डाला जाए तो यह कहा जा सकता है सही मायनों में फ्रांस में विकास हो रहा है. एक घोषणा के हिसाब से 150,000 लाख नौकरियां उस खास नौजवान वर्ग के लिए इजाद की गई हैं जो ज्यादा शिक्षित नहीं हैं और इससे साफ तौर से उन्हें फायदा मिल सकता है.
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एंजेला मर्केल(Angela Merkel)- एंजेला मर्केल जर्मनी की पहली महिला कुलाधिपति होने के साथ-साथ पहली पूर्वी जर्मन हैं जो इस पद पर आसीन हैं. अंतरराष्ट्रीय राजनीति में अपनी सशक्त छवि रखने वाली एंजेला मर्केल क्रिश्चियन डेमोक्रटिक यूनियन की नेता हैं. धन और मुद्रा के घटते भाव को उबारने में एंजेला मर्केल सक्रिय कदम उठा रही हैं.
वॉंग की शान(Wang Qishan)– वॉंग की शान पीपल रिपब्लिकन ऑफ चाइना (People Republican of China) के नेता हैं. 2008 में वांग की शान को 17वें सेंट्रल पोलित ब्यूरो ऑफ द कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना(Central Politburo of the Communist Party Of China) के पद पर नियुक्त किया गया. इसके साथ-साथ ही वो सेक्रेटरी ऑफ सेंट्रल कमीशन फ़ॉर डिसिप्लिन इंस्पेक्शन(Central Commission for Discipline Inspection) के पद को भी संभाल रहे हैं.
व्लादिमीर पुतिन(Vladimir Putin)- व्लादिमीर पुतिन रूस के प्रधानमंत्री हैं. इसके साथ-साथ वो रूस और संयुक्त अध्यक्ष मंत्रिपरिषद संघ रूस और बेलारूस के अध्यक्ष भी हैं. उन पर हमेशा ही कई प्रकार के आरोप लगते रहे हैं. किसी को भी भरोसा नहीं था कि व्लादिमिर पुतिन फिर से अपने आप को स्थापित कर सकेंगे पर ऐसा कर के उन्होंने सब को चौंका दिया. इनका नाम विश्व के कुछ शक्तिशाली व्यक्तियों में भी लिया जाता है.
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हिलेरी क्लिंटन(Hillary Clinton)– हिलेरी क्लिंटन अमरीका के न्यूयॉर्क प्रांत से कनिष्ठ सेनेटर हैं. वे अमरीका के बयालीसवें राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की पत्नी हैं और सन् 1993 से 2001 तक अमरीका की प्रथम महिला रहीं. हिलेरी क्लिंटन अमेरिका की 67वीं यूनाइटेड स्टेट सेक्रेटरी ऑफ स्टेट(United State Secretary of State) हैं. हिलेरी क्लिंटन बहुत हद तक समाज से जुडी राजनीतिज्ञ हैं जो सामाजिक सरोकारों का आदर करती हैं.
आंग सान सू की(Aung San Su Kyi )- आंग सान सू की म्यानमार में लोकतंत्र की स्थापना के संघर्ष की प्रमुख राजनेता हैं. आंग सान सू की लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई प्रधानमंत्री, प्रमुख विपक्षी नेता और म्यांमार की नेशनल लीग फार डेमोक्रेसी की नेता हैं. इन्होंने म्यानमार में लोकतंत्र की स्थापना करने में अपनी अहम भूमिका निभाई है. इन्हें सामंजस्य के लिए जवाहरलाल नेहरू पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है.
हु जिन्ताओ(Hu Jintao)- हु जिन्ताओ चीन के राष्ट्रपति हैं. यह कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना(Communist Party of China) के सचिव रह चुके हैं. इनके शासन काल में चीन में और भी सुधार और विकास हो रहा है. तिब्बत के मसले पर भी हु जिन्ताओ की राय काफी हद तक असरदार साबित होती नजर आ रही है. इनके शासन काल में अफ्रीका और अमेरिका से चीन का संबंध मैत्री रूप ले रहा है.
डेविड कैमरून(David Cameron) – डेविड कैमरूनयूनाइटेड किंग्डम के प्रधानमंत्री हैं. ब्रिटेन में चल रहे आर्थिक संकट से निपटने के लिए डेविड कैमरून सकारात्मक कदम उठा रहे हैं. मुद्रा दर को सामान्य बनाए रखने के लिए डैविड कैमरून द्वारा किए जा रहे प्रयास शायद सफल हो पाएंगे.
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